डीआरडीओ चीफ ने कहा- ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल निर्यात के लिए तैयार, कई देशों ने जताई इच्छा

डीआरडीओ चीफ ने कहा- ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल निर्यात के लिए तैयार, कई देशों ने जताई इच्छा


लखनऊ। डिफेंस एक्सपो के दौरान दुनिया के कई देशों ने भारत की मिसाइल ब्रह्मोस को खरीदने की इच्छा जताई है। यह जानकारी डीआरडीओ के चीफ सतीश रेड्‌डी ने गुरुवार को दी। उन्होंने कहा इसे उन्हीं देशों को बेचा जाएगा, जिनके साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के चीफ ने कहा कि रक्षा निर्यात को पांच बिलियन डॉलर तक पहुंचाने में डीआरडीओ एक अहम भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा, '' ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल डीआरडीओ का एक अति महत्वपूर्ण प्रोडक्ट है और हम इसे निर्यात करने पर विचार कर रहे थे। इस मिसाइल सिस्टम को लेकर दुनिया के कई देशों ने जानकारी मांगी है।''


वियतनाम और फिलिपींस भी ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को लेकर उत्सुक हैं
उन्होंने कहा कि मिसाइल सिस्टम की जानकारी मांगने वालों में फीलिपींस और वियतनाम भी शामिल हैं। इन दोनों देशों ने भी ब्रह्ममोस खरीदने की इच्छा जाहिर की है, जो 300 किलोमीटर की दूरी तक आसानी से मार कर सकती है। ब्रह्मोस के अलावा डीआरडीओ के अन्य उत्पादों के बारे में जानकारी देते हुए सतीश रेड्डी ने कहा कि और भी उत्पादों को बेचा जा सकता है। कहा कि हमने राडार, एंटी टैंक मिसाइल, सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के साथ ही विभिन्न प्रकार की पनडुब्बियों को भी अन्य देशों को बेचना चाहते हैं।


डीआरडीओ चीफ ने कहा, '' प्रधानमंत्री ने अगले पांच वर्षों के दौरान भारत के रक्षा निर्यात को पांच बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का जो लक्ष्य रखा है, उसे पाने के लिए हम सब मिलकर काम करेंगे। मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि जिन तकनीकों और क्षमताओं को हमने पिछले कई वर्षों में विकसित करने का काम किया है। जिसकी वजह से हमारी तकनीक आज यहां तक पहुंची है। हम जरूर उस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं।''