पिछड़े वर्ग से जुड़ी जातियों को साधने के लिए वैश्य महाकुंभ का आयोजन, शाह के निर्देश पर जुटेंगे नेता
प्रयागराज। पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत आने वाली 12 से अधिक जातियों को एकजुट करने के उद्देश्य से यहां वैश्य महाकुंभ में में प्रदेशभर से लोग पहुंचेंगे। गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर हो रहे इस आयोजन के जरिए पार्टी 25 फीसदी की भागीदारी वाली इन जातियों में गहरी पैठ बनाना चाहती है। इसी कवायद के तहत भाजपा 23 फरवरी को पिछड़ा वैश्य महाकुंभ का आयोजन करने जा रही है।
शहर के केपी ग्राउंड में 23 फरवरी को पिछड़ा वैश्य महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा। इसमें प्रदेश के 56 जिलों से लोग आएंगे। कार्यक्रम में केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहेंगे।
पिछड़ा वैश्य महाकुंभ के संयोजक और प्रतापगढ़ से भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता ने बताया कि इस महाआयोजन का उद्देश्य पिछड़ा वैश्य समुदाय के अंतर्गत आने वाली जातियों को उनका समुचित प्रतिनिधित्व दिलाना है। प्रदेश में 12 से अधिक संख्या वाली इन जातियों की जनसंख्या 25 फीसदी से अधिक है। लेकिन राजनीतिक रूप से इनका प्रतिनिधित्व आधा भी नहीं है।
पिछड़ों को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने क जरुरत
उन्होंने कहा, 'पार्टी चाहती है कि इस वर्ग के लोगों को उनका समुचित प्रतिनिधित्व मिले और वे आर्थिक रूप से भी सशक्त बनें। इस वर्ग से जुड़े लोग अधिकतर छोटे-छोटे व्यवसाय करते हैं। वैसे तो पार्टी ने ऐसे लोगों के लिए पेंशन की व्यवस्था पहले ही कर दी है लेकिन उन्हें आर्थिक रूप से और सशक्त बनाने की जरूरत है। यह आयोजन आजादी के बाद पहली बार हो रहा है।'
इस कार्यक्रम के लिए तैयारियां पिछले दो महीने से चल रही थीं। वैसे तो यह वर्ग भाजपा का परंपरागत वोटर रहा है लेकिन दूसरी पार्टियां भी इस वोट में सेंध लगाने की कोशिश करती रही हैं। वहीं कई मुद्दों को लेकर यह वर्ग पार्टी से नाराज बताया जा रहा है। अब इस आयोजन के जरिए पार्टी अपने परंपरागत वोटबैंक को साधने की कोशिश करेगी।